Indicators on shiv chalisa lyricsl You Should Know
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योगी यति मुनि ध्यान लगावैं। नारद शारद शीश नवावैं॥
शंकर हो संकट के नाशन। मंगल कारण विघ्न विनाशन॥
तुरत षडानन आप पठायउ। लवनिमेष महँ मारि गिरायउ॥
एक कमल प्रभु राखेउ जोई। कमल नयन पूजन चहं सोई॥
अथ श्री बृहस्पतिवार व्रत कथा
धन निर्धन को देत सदा हीं। जो कोई जांचे सो फल पाहीं॥
जय जय जय अनंत अविनाशी। करत कृपा सब के घटवासी॥
चंदन मृगमद सोहै भाले शशिधारी ॥ ॐ जय शिव…॥
जय हनुमान ज्ञान Shiv chaisa गुन सागर Shiv chaisa । जय कपीस तिहुँ लोक उजागर ॥ राम दूत अतुलित बल धामा
प्रगट उदधि मंथन में ज्वाला। जरे सुरासुर भये विहाला॥
अथ श्री बृहस्पतिवार व्रत कथा
लै त्रिशूल शत्रुन को मारो। संकट ते मोहि आन उबारो॥
दानिन महं तुम सम कोउ नाहीं। सेवक स्तुति करत सदाहीं॥
येहि अवसर मोहि आन उबारो ॥ लै त्रिशूल शत्रुन को मारो ।